अमिताभ ने नव्या और आराध्या के नाम लिखी दिल छू लेने वाली चिट्ठी

अमिताभ बच्चन द्वारा अपनी पोती “आराध्या” और नातिन “नव्या नवेली” के लिए लिखा गया पूरा खत

खासकर पुरुषवादी सोच वाले समाज में एक महिला होना कितना मुश्किल होता है। अपने अस्तित्व और पहचान के लिए महिला का संघर्ष, ये तो हर महिला आपको बता देगी। उनके जीने के तौर-तरीके से लेकर, जीवन के लक्ष्य, अधिकार, कर्तव्य, बल्कि सबकुछ दूसरे ही तय करते हैं या तय करना चाहते हैं। इसी संदर्भ में, बॉलीवुड के महानायक और सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने अपनी नातिन नव्या नवेली और पोती आराध्या बच्चन के नाम एक ख़त लिखकर इसे फ़ेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट किया जिसकी इन दिनों बड़ी चर्चा है। साथ ही, अमिताभ ने ख़त पढ़ते हुए अपना वीडियो भी पोस्ट किया। वायरल हुए इस पत्र की कई लोगों ने खूब तारीफ़ की और इसे दिल को छू लेने वाला भी बताया। लोगों का यह भी विचार है कि अमिताभ का लिखा ये ख़त हर किसी को पढ़ना चाहिए। ये शानदार और दिल को छू लेने वाला है। तो क्या यह ख़त हर लड़की के लिए ये ख़त मायने रखता है?

अमिताभ बच्चन द्वारा अपनी पोती “आराध्या” और नातिन “नव्या नवेली” के लिए लिखा गया पूरा खत पढ़िए-
तुम दोनों के नाजुक कंधों पर बहुमूल्य विरासत की जिम्मेदारी है- आराध्या, तुम्हारे परदादाजी, डॉ. हरिवंश राय बच्चन...और नव्या, तुम्हारे परदादाजी, श्री एचपी नंदा जी की विरासत. तुम दोनों के परदादाजी ने तुम्हें सरनेम दिए, ताकि तुम ख्याति और सम्मान का आनंद उठा सको!भले ही तुम दोनों नंदा या बच्चन हो लेकिन तुम दोनों लड़की हो...महिला भी हो!

और क्योंकि तुम महिला हो, लोग तुम पर अपनी सोच, अपना दायरा थोपेंगे। वे तुम्हें कहेंगे कि कैसे कपड़े पहनो, कैसे व्यवहार करो, किससे मिलो और कहां जाओ।

लोगों के विचारों में दबकर मत रहना। अपने विवेक से अपनी पसंद खुद तय करो।

किसी को भी ये तय करने का हक मत देना कि तुम्हारे स्कर्ट की लंबाई तुम्हारे चरित्र का पैमाना है। किसी को भी ये तय करने का हक मत दो कि तुम्हारे दोस्त कौन होने चाहिए, तुम्हें किससे दोस्ती करनी चाहिए। किसी भी वजह से शादी मत करो जब तक कि तुम शादी न करना चाहो।

लोग बाते करेंगे। वे बहुत ही ही बुरी चीजें कहेंगे। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि तुम सबकी बातें सुनो। इस बात की कभी परवाह मत करो-लोग क्या कहेंगे। अंत में अपने लिए गए फैसलों का परिणाम का सामना सिर्फ तुम्हें ही करना होगा। इसलिए दूसरों को अपने लिए फैसले मत लेने दो।

नव्या-तुम्हारे नाम और सरनेम की वजह से तुम्हें मिला विशेषाधिकार उन मुश्किलों से तुम्हें नहीं बचाएगा जिनका सामना एक महिला होने के कारण तुम्हें करना पड़ेगा।आराध्या-जिस समय तुम इसे देखोगी या समझोगी, हो सकता है मैं तुम्हारे आसपास न रहूं। लेकिन मुझे लगता है कि आज जो मैं कह रहा हूं वह उस समय भी प्रासंगिक रहेगा। यह महिलाओं के लिए एक मुश्किल, मुश्किल दुनिया हो सकती है लेकिन मुझे यकीन है कि तुम जैसी महिलाएं ही इसे बदलेंगी। अपनी खुद की सीमाएं बनाना, अपनी पसंद तय करना, लोगों के फैसलों से ऊपर उठना, हो सकता है ये आसान न हो। लेकिन तुम!... लेकिन तुम हर महिला के लिए एक उदाहरण बन सकती हो।

ऐसा ही करना और तुम दोनों अब तक मैंने जितना किया है उससे कहीं ज्यादा करोगी, और यही मेरे लिए सम्मान की बात होगी कि मैं अमिताभ बच्चन नहीं बल्कि तुम्हारे नाना और दादाा के तौर पर जाना जाऊं!!

अमिताभ बच्चन ने भले ही ये खत अपनी नातिन-पोती के नाम लिखा हो लेकिन इसमें दी गई बहमूल्य सीख हर लड़की और महिला के लिए है!

न्यूनतम मजदूरी भी बढ़कर हुआ 350 रुपये और केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगा 2 साल का बोनस



केन्‍द्रीय क्षेत्र कामगारों की बुनियादी न्‍यूनतम मजदूरी संशोधित और ‘सी’ वर्ग क्षेत्रों के लिए अकुशल गैर-कृषि कामगारों के लिए न्‍यूनतम मजूदरी 350 रुपये प्रतिदिन तय


वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली, श्रम एवं रोजगार राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री बंडारू दत्तात्रेय और बिजली, कोयला तथा नई एवं नवीकरणी ऊर्जा तथा खान राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने ट्रेड यूनियनों के मांग पत्र पर आज यहां एक संयुक्‍त प्रेसवार्ता की।

श्रम एवं रोजगार राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) ने आज ट्रेड यूनियनों के नेताओं के साथ बैठक की और उनके मांग पत्र पर विस्‍तार से चर्चा की। उसके बाद मुद्दों पर अंतर-मंत्रालयी समिति में चर्चा की गई, जिसकी अध्‍यक्षता वित्त मंत्री ने की। उक्‍त बैठक में जो निर्णय लिये गये वे इस प्रकार हैं-
  • बोनस संशोधन अधिनियम को सख्‍ती से लागू किया जायेगा। केन्‍द्र सरकार वर्ष 2014-15 और 2015-16 के लिए संशोधित नियमों के आधार पर बोनस का भुगतान करेगी। इस संबंध में सरकारी अधिसूचना फौरन जारी की जायेगी।
  • बोनस के भुगतान के संबंध में उच्‍च न्‍यायालयों/ सर्वोच्‍च न्‍यायालय में लम्बित मामलों को हल करने के लिए केन्‍द्र सरकार आवश्‍यक कदम उठायेगी।
  • केन्‍द्रीय क्षेत्र के कामगारों की बुनियादी न्‍यूनतम मजूदरी में संशोधन के लिए श्रम एवं रोजगार राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) की अध्‍यक्षता में न्‍यूनतम मजदूरी सलाहकार बोर्ड की बैठक में जो चर्चा हुई थी, उसके आधार पर ‘सी’ वर्ग क्षेत्रों के अकुशल गैर-कृषि कामगारों के लिए न्‍यूनतम मजदूरी 350 रुपये प्रतिदिन तय की गई। इस संबंध में न्‍यूनतम मजदूरी तय करने के मानदंड को ध्‍यान में रखा गया।
  • ठेके पर काम करने वाले कामगारों और ठेकेदार ऐजेंसियों का पंजीकरण कानूनी तौर पर अनिवार्य कर दिया गया है। राज्‍यों को सलाह दी गई है कि वे इसका कड़ाई से पालन करें। गलती करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी।
  • आंगनवाड़ी, मध्‍याह्न भोजन, आशा स्‍वयंसेवक आदि जैसे असंगठित क्षेत्रों को सामाजिक सुरक्षा लाभ देने के मुद्दे पर एक समिति विचार करेगी और जल्‍द से जल्‍द अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
  • राज्‍य सरकारों को सलाह जारी की जायेगी कि वे ट्रेड यूनियनों का पंजीकरण सुनिश्चित करें।
  • केन्‍द्र सरकार ने त्रिपक्षीय परामर्श प्रक्रिया के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
  • संबंधित उद्योगों के संदर्भ में मुद्दों को हल करने के लिए क्षेत्रवार बैठकों का आयोजन किया जायेगा।
बाद मे श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मीडिया से बात करते हुए ट्रेड यूनियनों से अपील की कि वे राष्‍ट्रहित में अपनी प्रस्‍तावित हड़ताल पर दोबारा विचार करें। [स्त्रोत:pib]

ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी ने फिर किए बदलाव

भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने वास्तविक टिकट चाहने वालों के वास्ते अपनी वेबसाइट से बिना मुश्किल के ऑनलाइन टिकट बुकिंग सुगम बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं जिसमें 35 सेकंड की अनिवार्य प्रतीक्षा शामिल है।

आईआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ए के मनोचा ने मंगलवार को यहां कहा कि अब 35 सेकंड की अनिवार्य प्रतीक्षा से पहले ऑनलाइन टिकट बुक करना संभव नहीं। ऐसा किसी अन्य तरीके का इस्तेमाल करके अनैतिक तत्वों द्वारा तेजी से टिकट बुकिंग को रोकना है।
यद्यपि फार्म भरने और उसके बाद बैंक भुगतान में न्यूनतम 35 सेकंड का समय लगता है लेकिन कुछ दलालों द्वारा कुछ स्वचालित साफ्टवेयर का इस्तेमाल करके तेजी से टिकट बुकिंग करने के मामले थे। इसके कारण वास्तविक यात्री टिकट से वंचित रह जाते थे।
मनोचा ने कहा कि हमने टिकटिंग साइट से हेरफेर रोकने के लिए कुछ सुरक्षा उपाये किये हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पर्याप्त निवेश से साइट का उन्नयन किया गया ताकि प्रति मिनट 15 हजार टिकट बुक किये जा सकें।
यह पूछे जाने पर कि 35 सेकंड की प्रतीक्षा क्यों, सेंटर फार इन्फॉर्मेशन सिस्टम (सीआरआईएस) के प्रबंध निदेशक संजय दास ने कहा कि आनलाइन टिकट बुक करने के लिए यह न्यूनतम समय लगता है। हम इसे और लंबा नहीं कर सकते क्योंकि तब लंबी लाइन होगी जिसका कोई लाभ नहीं होगा।
आईआरसीटीसी को सीआरआईएस साफ्टवेयर मुहैया कराती है। सेवा में बाधा उत्पन्न करने के लिए साइट को हैक करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा कि अनधिकृत घुसपैठ या साइट की हैकिंग रोकने के लिए त्रुटिहीन व्यवस्था की गई है।
रेलवे द्वारा बुक किये जाने वाले कुल टिकटों में आनलाइन टिकट बुकिंग बढ़कर 58 प्रतिशत हो गई है। आईआरसीटीसी ने सिस्टम को मजबूत करने के लिए पिछले पांच वर्षों में करीब 180 करोड़ रुपये खर्च किये हैं।
असली यात्रियों की सुविधा के लिए तत्काल बुकिंग समय बांटा गया था। इसके तहत वातानुकूलित श्रेणी के टिकट बुकिंग के लिए सुबह 10 बजे से पूर्वाह्न 11 बजे का समय और गैर वातानुकूलित श्रेणी के टिकट बुक करने के लिए पूर्वाह्न 11 से दोपहर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। मनोचा ने कहा कि एक दिन में करीब दो लाख तत्काल टिकट बुक होते हैं।

ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी ने फिर किए बदलाव

रेल मंत्रालय ने स्वचालित सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए टिकट बुकिंग पर नियंत्रण करने के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर उपाय किये

रेल मंत्रालय ने स्वचालित सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए टिकट बुकिंग पर नियंत्रण करने के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर विभिन्न कदम उठाए हैं। भारतीय रेल द्वारा इस संबंध में आज (19 जनवरी, 2016) एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में आईआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री डॉ. ए.के. मनोचा, सीआरआईएस के प्रबंध निदेशक श्री संजय दास, सी एंड आईएस के कार्यकारी निदेशक श्री यू. हजारिका और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। स्वचालित सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए रेल टिकट बुकिंग नियंत्रित करने के लिए आईआरसीटीसी और सीआरआईएस ने विभिन्न उपाय किये हैं।

इंटरनेट टिकटिंग :

वर्ष 2002 में आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर इंटरनेट द्वारा टिकट की बुकिंग शुरू की गई थी, जिसमें पहले दिन 29 टिकट बुक किये गये थे, जबकि आज एक ही दिन में 13 लाख से भी अधिक टिकटों की बुकिंग हो रही है। 

आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर इंटरनेट के द्वारा टिकटों की बुकिंग में पिछले वर्षों के दौरान उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है और कुल आरक्षित टिकटों में इसकी हिस्सेदारी में भी उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।

नेक्स्ट जनरेशन ई-टिकट प्रणाली (एनजीईटी) :

ई-टिकटिंग की बढ़ती हुई मांग और क्षमता की कमी के कारण टिकट बुकिंग करने की प्रक्रिया में समस्याएं और वेबसाइट के धीमेपन और अनुपलब्धता की शिकायतें प्राप्‍त हुई। टिकटों की बढ़ती हुई बुकिंग को संभालने के लिए नेक्स्ट जनरेशन ई-टिकट प्रणाली (एनजीईटी) का 28 अप्रैल, 2014 को शुभारंभ किया गया। इसकी क्षमता 2000 टिकट से बढ़ाकर 7200 टिकट प्रति मिनट कर दी गई। वेबसाइट और आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्‍यम से अब टिकटों को आसानी और तेजी से बुक किया जा सकता है। 

स्क्रिप्टिंग:

स्क्रिप्टिंग या स्क्रिप्ट भाषा एक प्रोग्रामिंग भाषा है, जो विशेष रन-टाइम वातावरण के लिए स्क्रिप्‍ट प्रोग्राम में मदद करती है। स्क्रिप्टिंग भाषा संकलन की बजाय अकसर व्याख्यित होती है। स्क्रिप्टिंग प्रौद्योगिकी ग्राहक के वेब पन्नों में आंकड़ों के भरने की प्रक्रिया को स्वचालित करने के लिए भी उपयोगी है। स्क्रिप्टिंग गूगल क्रोम, मोजरिला और अन्य ब्राउज़रों में उपलब्ध है।

कैप्चा:

कैप्चा स्वचालित रूप से मानव और कंप्यूटर को जानकारी देता है। यह एक प्रोग्राम है, जो वेबसाइट की हमलों से सुरक्षा करता है और कैप्चा प्रौद्योगिकी स्क्रिप्टिंग या अन्य कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करते हुए कई स्वचालित अनुरोधों का सृजन करता है। सामान्य तौर पर, एक कैप्चा स्वचालित स्क्रिप्ट द्वारा दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है।

आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर स्क्रिप्टिंग:

तत्काल और एआरपी (अग्रिम आरक्षण अवधि) टिकटों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है, इसलिए तेजी से बुकिंग के लिए टिकट बुकिंग प्रक्रिया के दौरान विभिन्न फॉमों को भरने के लिए ग्राहकों की ओर से वेब पेजों में आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर स्क्रिप्टिंग प्रौद्योगिकी का उपयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इसलिए टिकट बुकिंग प्रक्रिया के दौरान प्रयुक्त फार्म भरने के लिए ब्‍लैक टीएस सॉफ्टवेयर विकसित करने के लिए प्रोग्राम द्वारा स्क्रिप्टिंग प्रौद्योगिकी और उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्क्रिप्टिंग के लिए उपयोग किये जाने वाली किसी भी वेबसाइट के प्रोग्रामों द्वारा ग्राहकों द्वारा मानदंडों को आराम से देखा जा सकता है

स्वचालित सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल करके इंटरनेट टिकट बुकिंग की सुविधा का दुरुपयोग रोकने के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर रोकथाम लागू की गई है। 

पंजीकरण:

स्वचालित पंजीकरण रोकने के लिए पंजीकरण पृष्ठ पर आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर कैप्चा को लागू किया गया है। 

किसी व्‍यक्ति द्वारा अपने मोबाइल पर कई पंजीकरण रोकने के लिए वेबसाइट पर एक मोबाइल एक रजिस्‍ट्रेशन भी लागू किया गया है। 

बुकिंग:

• यात्री आरक्षण फॉर्म भरने में कम से कम समय लगाना सुनिश्चित करना। 

• न्यूनतम भुगतान समय चेक भुगतान की प्रक्रिया के लिए लागू किया हैं।

• केवल दो तत्काल टिकट एकल यूजर आईडी के लिए बुक किये जा सकते हैं। 

• माह में अधिकतम 10 टिकट एक यूजर आईडी पर बुक किये जा सकते हैं।

• एक यूजर को एक समय में एक बिंदु पर केवल एक ही लॉगिन कर सकता है।

• एक आईपी पते पर केवल दो तत्काल टिकट प्राप्‍त किये जा सकते है। 

• ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) नेट बैंकिंग भुगतान विकल्पों में किया गया है।

• कैप्चा लॉग इन आरक्षण फार्म पेज और भुगतान पेज पर लागू किया गया है।

टिकट की बुकिंग में लगने वाले समय :

नेक्स्ट जनरेशन ई-टिकट प्रणाली (एनजीईटी) एक मिनट में 15000 टिकट के काम को संभालने में सक्षम है। इसलिए एक सैकेंड में 250 टिकट सा‍थ-साथ बुक किये जा सकते है। 35 सैकेंड से भी कम समय में एक टिकट बुक किया जा सकता है।

वेबसाइट का दुरूपयोग रोकने के लिए विभिन्न जांच और कैप्‍चा लागू किये गये है। पीआरएस काउंटरों पर जहां मानवीय प्रक्रिया के माध्‍यम से 35 सैकेंड में बुक करना संभव है, वहीं स्क्रिप्टिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करके भी पहले 35 सैकेंडों में तत्‍काल टिकट बुक करना संभव नहीं है। 

हैकिंग नियंत्रण करने के लिए सुरक्षा उपाय

एनजीर्इटी प्रणाली में गहरी रक्षा के साथ बहुस्तरीय सुरक्षा:


फ्रंट एंड बैक एंड फ़ायरवॉल, नेटवर्क घुसपैठ की रोकथाम प्रणाली, वेब अनुप्रयोग फ़ायरवॉल, सुरक्षा जानकारी इवेंट मैनेजमेंट (एसआईईएम), होस्‍ट घुसपैठ निवारण प्रणाली (एचआर्इपीएस, वेब/ऐप सर्वर हार्डनिंग, डाटाबेस सर्वर हार्डनिंग आदि से युक्‍त डाटा केन्‍द्र में अति आधुनिक सुरक्षा सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए श्रेष्‍ठ प्रक्रिया अपनाना, जिनके कारण एनजीईटी प्रणाली में कोई हैकिंग प्रयास सफल नहीं होता। 

थर्ड पार्टी ऑडिट 

समय-समय पर बाहरी ऑडिट का आयोजन किया जाता है। अभी हाल में किये गये ऑडिट में ऑडिट करने वाली एजेंसी ने यह प्रमाणित किया है कि वेब अनुप्रयोग शीर्ष 10 ओडब्‍ल्‍यूएएसपी और अन्‍य किसी भी ज्ञात खामियों से मुक्‍त है। इसलिये होस्टिंग हेतु सुरक्षित है। 

सुरक्षा सतर्कता के लिए सीईआरटी-इन पर इंटरनेट ट्रेफिक की रियल टाइम फीड : इंटरनेट गेटवे रूटर्स के माध्‍यम से पैकिट हेडर्स के ट्रेफिक के पारगमन के लिए सीईआरटी-इन के रियल टाइम में उनके विश्लेषण और रिपोर्टिंग के लिए अग्रेसित किया जाता है। इसके जवाब में, सीईआरटी-इन रियल टाइम अलर्ट भेजता है (कुछ मामलों में दुर्भावनापूर्ण गतिविधि का पता चला है)। 

रेल बजट 2015 की अधिक पसंद की जाने वाली बातें

रेल बजट 2015 की अधिक पसंद की जाने वाली बातें

रेल बजट 2015 की अधिक पसंद की जाने वाली बातें


रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को रेल बजट 2015-16 पेश किया। इस रेल बजट की सबसे अच्छी बात यह रही कि रेल यात्री किराया में कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी। दिलचस्प बात ये रही कि इस रेल बजट में नई ट्रेनों का ऐलान नहीं हुआ पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए बहुत सी नई घोषणाएं की गई जो यकीनन यात्रियों को पसंद आएगी। अत: प्रस्तुत है रेल बजट 2015 की 15 अच्छी बातें:
  • रेल यात्री किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं
  • अब टिकटों की एडवांस बुकिंग 120 दिन यानी 4 महीने पहले होगी (पहले ये 60 दिन यानि 2 महीने पहले ही थी)
  • इस्तेमाल करो और फेंको श्रेणी के बिस्तर सभी स्टेशनों पर भुगतान के आधार पर उपलब्ध कराये जायेंगे
  • कई भाषाओं में होगी ई-टिकटों की बुकिंग, अनारक्षित टिकटों की बुकिंग ऐप्लिकेश के जरिए मुमकिन
  • जल्द टिकट बुकिंग के लिए ऑपरेशन फाइव मिनट
  • अब खाने का ऑर्डर ऑनलाइन भी कर सकेंगे
  • रेलवे में अब सभी भर्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन होंगे.
  • शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए एस्कलेटर्स, ऑनलाइन व्हीलचेयर्स, बड़े प्रवेश द्वार की सुविधा
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोअर बर्थ की सीटें अधिक आरक्षित होंगी
  • 400 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा, 10 सैटेलाइट रेलवे स्टेशन विकसित होंगे
  • स्वच्छता पर ज़ोर, 17 हजार बायो टॉयलेट्स बनाए जाएंगे
  • वेंडिंग मशीन के जरिए सस्ता और शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा
  • उपनगरीय इलाकों में सेटेलाइट स्टेशन बनाए जाएंगे
  • हेल्पलाइन के तौर पर '138' नंबर एक मार्च से चौबीसो घंटे काम करेगा, सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें '182' नंबर पर की जा सकेंगी
  • राजधानी और शताब्दी समेत सभी ट्रेनों की औसत स्पीड बढ़ाई जाएगी. भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में और डिब्बे जोड़े जाएंगे
  • ट्रेनों के आवागमन और प्रस्थान की जानकारी अब एसएमएस के जरिए भी
  • कुछ स्टेशनों पर पिक एंड ड्रॉप की सुविधा भी भुगतान लेकर दी जाएगी
  • इसरो की मदद से ट्रेनों की टक्कर को रोकने के लिए वार्निंग प्रोटेक्शन प्रणाली को अपनाई जाएगी

रेल बजट 2015-16 का सारांश

रेल बजट 2015-16 का सारांश:


संसद में आज प्रस्‍तुत किए गए रेल बजट में भारतीय रेलवे को एक बार फिर से भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का प्रमुख वाहक बनाने के उपाए सुझाए गए हैं। इसमें उच्‍च निवेश, भारी बोझ वाले मार्गों पर भीड़-भाड़ में कमी लाने और रेलगाडि़यों और प्रोजैक्‍टस डिलीवरी की गति बढ़ाने, बेहतर यात्री सुविधाओं और सुरक्षा तथा रेलवे को जनता के लिए यातायात का पसंदीदा माध्‍यम बनाने के लिए संसाधन जुटाने की बात कही गई है। रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने संसद में बजट प्रस्‍तुत करते हुए कहा कि सभी महत्‍वपूर्ण प्रस्‍तावित कदम मिशन मोड में संपन्‍न किए जाएंगे।

रेल बजट 2015-16 का सारांश
  • रेल यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं
  • योजना परिव्‍यय 1,00,011 करोड़ रुपए का प्रस्‍ताव, 52% की वृद्धि
  • यात्री सुविधाओं के लिए आवंटन में 67% की वृद्धि
  • रेलवे भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का प्रमुख वाहक बनेगा, पंचवर्षीय कार्ययोजना का प्रस्‍ताव
  • रेल बजट में, उच्‍च निवेश के लिए संसाधन जुटाने पर जोर
  • ग्राहकों के अनुभव में स्‍थाई और मापन योग्‍य सुधार लाने तथा रेल को यात्रा का सुरक्षित साधन बनाने पर बल
  • पांच मिनट में रेलवे टिकटों के लिए हॉट बटन्‍स, क्‍वाइन वैंडिंग मशीनें, विभिन्‍न विकल्‍पों में से भोजन के चयन के लिए ई-कैटरिंग
  • आदर्श स्‍टेशन योजना के दायरे में 200 अतिरिक्‍त स्‍टेशन लाए जाएंगे, बी श्रेणी के स्‍टेशनों में वाई-फाई की सुविधा मुहैया कराई जाएगी
  • यात्रियों की समस्‍याओं और सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें सुनने के लिए 24x7 हैल्‍पलाइन्‍स
  • महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए उपनगरीय गाडि़यों के डिब्‍बों में निगरानी कैमरे लगाए जाएंगे
  • चिन्हित रेलगाडि़यों में सामान्‍य श्रेणी के और भी डिब्‍बे जोड़े जाएंगे।
  • नौ रेल गलियारों की रफ्तार बढ़ाकर 160 और 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की जाएगी
  • चुनिंदा मार्गों पर ट्रेन प्रॉटैक्‍शन वार्निंग सिस्‍टम और ट्रेन कॉलिजन एवॉयडेंस सिस्‍टम लगाया जाएगा
  • 9,400 किलोमीटर के दो‍हरीकरण/तिहरीकरण /चौहरीकरण की 77 नई परियोजनाओं का प्रस्‍ताव
  • स्‍वच्‍छ रेल स्‍वच्‍छ भारत अभियान के अंतर्गत स्‍टेशनों और गाडि़यों को साफ रखने के लिए नया विभाग


Source:http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=33993

रेल बजट 2015-16 के मुख्य बिन्दु

आगामी पांच वर्षों में भारतीय रेल की कायाकल्प के लिए निर्धारित चार लक्ष्य-

  • ग्राहकों के अनुभव में स्थायी और मापनयोग्य सुधार लाना।
  • रेलवे को यात्रा का सुरक्षित साधन बनाना।
  • भारतीय रेलों की क्षमता में पर्याप्त विस्तार करना और इसकी अवसंरचना को आधुनिक बनाना।
  • भारतीय रेलवे को वित्तीय दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाना।

कार्य निष्पादन योजना के लिए पांच महत्वपूर्ण उत्प्रेरक-

  • मध्यावति योजना को अपनाना
  • साझेदारी बनाना
  • अतिरिक्त संसाधन जुटाना
  • पद्धतियों, प्रणालियों, प्रक्रियाओं में सुधार करना और मानव संसाधन को समर्थ बनाना
  • शासन व्यवस्था तथा पारदर्शिता मानक स्थापित करना

कार्य योजना के लिए ग्यारह प्रमुख क्षेत्र- सुखद यात्रा का आभास-

  • साफ-सफाई- स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ रेल बनाने के कार्यक्रम पर जोर, 120 स्टेशनों की तुलना में 650 अतिरिक्त स्टेशनों पर नये शौचालय बनाये जाएंगे
  • बिस्तर- बिस्तरों के डिजाइन के लिए निफ्ट दिल्ली से संपर्क किया जाएगा, इसके अलावा चुनिंदा स्टेशनों पर डिस्पोजेबल बिस्तर की ऑनलाइन सुविधा प्रदान की जाएगी
  • हैल्प लाइन- यात्रियों की समस्याओं का वास्तविक समय के आधार पर निराकरण के लिए अखिल भारतीय चौबीस घंटे सातों दिन हैल्प लाइन नं. 138 की शुरुआत की जाएगी
  • टिकट- अनारक्षित यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए पांच मिनट के भीतर टिकट खरीद सुनिश्चित करने के लिए ऑपेरशन फाइव मिनट।
  • खानपान- ई-कैटरिंग की सुविधा और अधिक रेलगाड़ी में बढ़ाई जाएगी
  • प्रौद्योगिकी का अधिकाधिक उपयोग करना- चल टिकट परीक्षकों को हैंड हेल्ड टर्मिनल उपलब्ध कराए जाएंगे। जिनका उपयोग यात्रियों का सत्यापन और चार्टों को डाउनलोड करने के लिए किया जा सकेगा। एकीकृत ग्राहक पोर्टल तैयार किया जाएगा। एसएमएस अलर्ट सेवा शुरू की जाएगी।
  • निगरानी- महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए पायलट आधार पर मेनलाइन के चुनिंदा सवारी डिब्बों और उपनगरीय गाड़ियों में महिलाओं की डिब्बों में निगरानी रखने के लिए कैमरा लगाए जाएंगे, ऐसा करते समय उनकी प्राइवेसी का भी ख्याल रखा जाएगा।
  • मनोरंजन- साधारण श्रेणी के सवारी डिब्बों में मोबाइल फोन को चार्ज करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
  • गाड़ी क्षमता में वृद्धि – 24 सवारी डिब्बों के स्थान पर 26 सवारी डिब्बे जोड़ें जाएंगे।
  • आरामदायक यात्रा- ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों का मौजूदा सीढ़ियां, जो यात्रियों के लिए असुविधाजनक हैं को बदल कर उसके स्थान पर यात्रियों के लिए सुविधाजनक सीढ़ियों की व्यवस्था का प्रस्ताव
  • स्टेशन सुविधाएं- स्टेशन सुविधाओं में बढ़ोतरी की जाएगी।


रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे के कायाकल्प हेतु अगले पांच वर्षों के लिए चार लक्ष्य निर्धारित किए

  • यात्री और माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि की जाएगी
  • पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए गांधी सर्किट को बढ़ावा दिया जाएगा
  • रेलवे की वार्षिक योजना के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा 40,000 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता
  • विदेशी रेल प्रौद्योगिकी सहयोग योजना शुरू करने का प्रस्‍ताव
  • रेलवे में महत्‍वपूर्ण प्रबंधन प्रक्रियाओं और प्रणालियों में सुधार
  • रेलवे के योजना बजट के आकार में 52 प्रतिशत की वृद्धि
  • रेलवे विशेषज्ञों से परामर्श लेने के लिए वित्‍त व्‍यवस्‍था कक्ष स्‍थापित करेगा
  • मुम्‍बई के लिए एमयूटीपी-III शुरू की जाएगी
  • रेलवे का 2014-15 के दौरान वित्‍तीय निष्‍पादन
  • आरओबी/आरयूबी के निर्माण के लिए वेब आधारित एप्‍लीकेशन शुरू किया गया
  • भारतीय रेलवे के कायाकल्‍प के लिए रेल मंत्री द्वारा पांच सूत्री कार्य निष्‍पादन रणनीति का निर्धारण
  • चल टिकट परीक्षकों के लिए हैंड हैल्‍ड टर्मिनल्‍स का प्रावधान
  • साधारण श्रेणी के सवारी डिब्‍बों में मोबाइल फोन को चार्ज करने की सुविधा
  • चुनिंदा शताब्‍दी गाडि़यों पर ऑन बोर्ड मनोरंजन सुविधा उपलब्‍ध होगी
  • रेलवे मौजूदा लेखा प्रणाली में बदलाव के लिए कार्यदल का गठन करेगा
  • रेलवे वेंडर इंटरफेस मैनेजमेंट सिस्टम को डिजिटल बनाएगा
  • यात्रियों की शिकायतों के समाधान के लिए हैल्प लाइन नं. 138 चौबीस घंटे कार्य करेगा
  • स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत के लिए काम करेगा रेलवे
  • बिस्तरों के डिजाइन, गुणवत्ता और स्वच्छता को बेहतर बनाएगा रेलवे
  • महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए निर्भया निधि का उपयोग करेगी रेलवे
  • रेलवे परिचालन और व्यवसायिक कुशलता के उच्चतम मानक सुनिश्चित करेगा
  • 2015-16 के लिए नौ वर्ष में सर्वश्रेष्ठ 88.5 प्रतिशत परिचालन औसत का प्रस्ताव

रेल बजट 2015-16 के 9 मुख्य क्षेत्र

  • यात्री भाड़े में कोई बढ़ोत्तरी नहीं
  • अनारक्षित श्रेणी की टिकट खरीद सुगम बनाने के लिए “ऑपरेशन फाइव मिनट”
  • भिन्न रुप से सक्षम यात्रियों के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद रियायती ई-टिकट ‘रक्षा यात्रा प्रणाली’ विकसित, वारंट समाप्त
  • ई-कैटरिंग में सर्वोत्तम खाद्य श्रृंखलाओं को शामिल किया जाएगा
  • रेल बजट में अधिक राजस्व और उपयुक्त निवेश सुनिश्चित करने तथा प्रणाली के संकुलन को कम और लाइन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रावधान
  • गाड़ियों के आगमन/प्रस्थान के समय के लिए ‘एसएमएस’ अलर्ट
  • चुनिंदा मार्गों पर सुरक्षा चेतावनी प्रणाली और गाड़ियों की टक्कर से बचाव की प्रणाली


Source:http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=34000