रेल बजट 2015-16 का सारांश:
संसद में आज प्रस्तुत किए गए रेल बजट में भारतीय रेलवे को एक बार फिर से भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख वाहक बनाने के उपाए सुझाए गए हैं। इसमें उच्च निवेश, भारी बोझ वाले मार्गों पर भीड़-भाड़ में कमी लाने और रेलगाडि़यों और प्रोजैक्टस डिलीवरी की गति बढ़ाने, बेहतर यात्री सुविधाओं और सुरक्षा तथा रेलवे को जनता के लिए यातायात का पसंदीदा माध्यम बनाने के लिए संसाधन जुटाने की बात कही गई है। रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने संसद में बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि सभी महत्वपूर्ण प्रस्तावित कदम मिशन मोड में संपन्न किए जाएंगे।
रेल बजट 2015-16 का सारांश
- रेल यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं
- योजना परिव्यय 1,00,011 करोड़ रुपए का प्रस्ताव, 52% की वृद्धि
- यात्री सुविधाओं के लिए आवंटन में 67% की वृद्धि
- रेलवे भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख वाहक बनेगा, पंचवर्षीय कार्ययोजना का प्रस्ताव
- रेल बजट में, उच्च निवेश के लिए संसाधन जुटाने पर जोर
- ग्राहकों के अनुभव में स्थाई और मापन योग्य सुधार लाने तथा रेल को यात्रा का सुरक्षित साधन बनाने पर बल
- पांच मिनट में रेलवे टिकटों के लिए हॉट बटन्स, क्वाइन वैंडिंग मशीनें, विभिन्न विकल्पों में से भोजन के चयन के लिए ई-कैटरिंग
- आदर्श स्टेशन योजना के दायरे में 200 अतिरिक्त स्टेशन लाए जाएंगे, बी श्रेणी के स्टेशनों में वाई-फाई की सुविधा मुहैया कराई जाएगी
- यात्रियों की समस्याओं और सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें सुनने के लिए 24x7 हैल्पलाइन्स
- महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए उपनगरीय गाडि़यों के डिब्बों में निगरानी कैमरे लगाए जाएंगे
- चिन्हित रेलगाडि़यों में सामान्य श्रेणी के और भी डिब्बे जोड़े जाएंगे।
- नौ रेल गलियारों की रफ्तार बढ़ाकर 160 और 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की जाएगी
- चुनिंदा मार्गों पर ट्रेन प्रॉटैक्शन वार्निंग सिस्टम और ट्रेन कॉलिजन एवॉयडेंस सिस्टम लगाया जाएगा
- 9,400 किलोमीटर के दोहरीकरण/तिहरीकरण /चौहरीकरण की 77 नई परियोजनाओं का प्रस्ताव
- स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्टेशनों और गाडि़यों को साफ रखने के लिए नया विभाग
Source:http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=33993
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