ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी ने फिर किए बदलाव

भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने वास्तविक टिकट चाहने वालों के वास्ते अपनी वेबसाइट से बिना मुश्किल के ऑनलाइन टिकट बुकिंग सुगम बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं जिसमें 35 सेकंड की अनिवार्य प्रतीक्षा शामिल है।

आईआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ए के मनोचा ने मंगलवार को यहां कहा कि अब 35 सेकंड की अनिवार्य प्रतीक्षा से पहले ऑनलाइन टिकट बुक करना संभव नहीं। ऐसा किसी अन्य तरीके का इस्तेमाल करके अनैतिक तत्वों द्वारा तेजी से टिकट बुकिंग को रोकना है।
यद्यपि फार्म भरने और उसके बाद बैंक भुगतान में न्यूनतम 35 सेकंड का समय लगता है लेकिन कुछ दलालों द्वारा कुछ स्वचालित साफ्टवेयर का इस्तेमाल करके तेजी से टिकट बुकिंग करने के मामले थे। इसके कारण वास्तविक यात्री टिकट से वंचित रह जाते थे।
मनोचा ने कहा कि हमने टिकटिंग साइट से हेरफेर रोकने के लिए कुछ सुरक्षा उपाये किये हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पर्याप्त निवेश से साइट का उन्नयन किया गया ताकि प्रति मिनट 15 हजार टिकट बुक किये जा सकें।
यह पूछे जाने पर कि 35 सेकंड की प्रतीक्षा क्यों, सेंटर फार इन्फॉर्मेशन सिस्टम (सीआरआईएस) के प्रबंध निदेशक संजय दास ने कहा कि आनलाइन टिकट बुक करने के लिए यह न्यूनतम समय लगता है। हम इसे और लंबा नहीं कर सकते क्योंकि तब लंबी लाइन होगी जिसका कोई लाभ नहीं होगा।
आईआरसीटीसी को सीआरआईएस साफ्टवेयर मुहैया कराती है। सेवा में बाधा उत्पन्न करने के लिए साइट को हैक करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा कि अनधिकृत घुसपैठ या साइट की हैकिंग रोकने के लिए त्रुटिहीन व्यवस्था की गई है।
रेलवे द्वारा बुक किये जाने वाले कुल टिकटों में आनलाइन टिकट बुकिंग बढ़कर 58 प्रतिशत हो गई है। आईआरसीटीसी ने सिस्टम को मजबूत करने के लिए पिछले पांच वर्षों में करीब 180 करोड़ रुपये खर्च किये हैं।
असली यात्रियों की सुविधा के लिए तत्काल बुकिंग समय बांटा गया था। इसके तहत वातानुकूलित श्रेणी के टिकट बुकिंग के लिए सुबह 10 बजे से पूर्वाह्न 11 बजे का समय और गैर वातानुकूलित श्रेणी के टिकट बुक करने के लिए पूर्वाह्न 11 से दोपहर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। मनोचा ने कहा कि एक दिन में करीब दो लाख तत्काल टिकट बुक होते हैं।

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